| 1. | इलेक्ट्रॉन या पोजीट्रान उत्सर्जन बीटा कण कहा जाता है.
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| 2. | म्यू-मेसॉन-बीटा कण + दो क्लीवाणुक..............(ग)
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| 3. | म्यू-मेसॉन-बीटा कण + दो क्लीवाणुक..............(ग)
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| 4. | यह ऊर्जा बीटा कण क्लीबाणुक एवं प्रतिक्षिप्त नाभिक को प्राप्त होती है।
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| 5. | इसी वजह से इन्हें ऐल्फा कण और बीटा कण कहा जाता है।
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| 6. | यह ऊर्जा बीटा कण क्लीबाणुक एवं प्रतिक्षिप्त नाभिक को प्राप्त होती है।
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| 7. | किसी रेडियोऐक्टिव एटम से अल्फा या बीटा कण का उत्सर्जन अनिश्चित होता है।
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| 8. | यह एक या रेडियोधर्मी क्षय से एक बीटा कण अल्फा के उत्सर्जन के बाद हो सकता है.
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| 9. | जब कोई अल्फा या बीटा कण मिश्रण से गुजरता है, तो यह वाष्प आयनीकृत हो जाती है।
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| 10. | प्लूटोनियम 239 पर न्यूट्रॉन की बौछार द्वारा बने प्लूटोनियम 241 नाभिक द्वारा बीटा कण मुक्त करने पर इसका निर्माण होता है।
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